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धरती से

शहर में ‘जंगलवास’

हम इंसानों ने जंगल काटे, हम इंसानों ने प्रकृति का संतुलन बिगाड़ा, हम इंसानों ने अपने फ़ायदे के लिए दूसरे जीव-जंतुओं को नुकसान पहुंचाया लेकिन अब उससे पैदा हुए...

बंदे में है दम

शिक्षा को नया स्वरूप देने की कोशिश

शिक्षा एकमात्र ऐसा ज़रिया है जिसके माध्यम से समाज बदला जा सकता है, देश बदला जा सकता है। शिक्षा एक ऐसी चीज़ है जो हर बच्चे का हक़ है लेकिन बदकिस्मती ये है कि...

बंदे में है दम

प्रकृति की ओर लौटने का संदेश देते राहुल

हिंदू मान्यताओं के मुताबिक़ गाय का गोबर बहुत पवित्र है लेकिन इसका उपयोग आम तौर पर लिपाई, कंडे बनाने और खाद के लिए ही होता आया है लेकिन अब कुछ लोग इसे बदलने में...

बंदे में है दम

नेत्रहीनों को नई रोशनी

भावेश भाटिया देख नहीं सकते हैं मगर वो ना केवल ख़ुद की बल्कि अपनी ज़िन्दगी बल्कि नहीं अपने जैसे नौ हज़ार दृष्टिबाधितों की ज़िन्दगी को रोशन कर रहे हैं। आज इंडिया...

बंदे में है दम

प्रकृति से जुड़कर काम करने वाले मोहित

पलायन एक ऐसा अभिशाप है जिसका दर्द हर गांव-हर कस्बा और हर छोटा शहर झेल रहा है। अच्छी पढ़ाई के लिए, नौकरी की तलाश में, अच्छी सुविधाओं की तलाश में युवा मजबूर होकर...